अंतर्देशीय पत्र
सन्देश कागज की शीट पर लिखा होता है जिसमें आकार और फोल्डिंग जानकारी दी जाती है। अन्तेर्देशीय पत्र कार्ड का प्रयोग केवल भारत में पत्र-व्यवहार के लिए किया जाता है।
अधिकतम भार | 5 ग्राम |
खुली अथवा बन्दन अवस्था में इसके फ्लैप सहित पत्र का परिमाप क्रमश: निम्नानुसार होगा: |
खुली अवस्था में | |
---|
अधिकतम | 30 से.मी.x 21 से.मी. |
न्यूनतम | 28.2 से.मी.x 18.2 से.मी. |
फ्लैप | अंतर्देशीय पत्र कार्ड के तीन फ्लैप होंगे, बायीं और दायीं तरफ एक-एक जो 1.5 से.मी. X 10 से.मी. से अधिक नहीं होंगे तथा दूसरा पत्र की ऊपरी तरफ होगा जो 1.5 से.मी. X21 से.मी. से अधिक नहीं होगा। यदि अंतर्देशीय पत्र को किसी अन्य प्रभावी प्रक्रिया से बन्द किया जा सकता है तो फ्लैप की आवश्यदकता नहीं है। |
बन्द अवस्था में (फोल्डिड) | |
---|
अधिकतम | 21 से.मी. x 10 से.मी. |
न्यूनतम | 15.2 से.मी.x 9 से.मी. |
अंतर्देशीय पत्र कार्ड का कागज न्यूनतम | 70 जीएसएम का होगा। |
प्राइवेट निर्माताओं द्वारा निर्मित कार्डों को, गोंद अथवा किसी अन्यि प्रभावी प्रक्रिया द्वारा उचित तरीके से मोड़ कर और बन्द् करके डाक द्वारा भेजा जा सकता है बशर्ते कि इस नियम में वर्णित सभी परिमापों तथा अन्य् शर्तों का अनुपालन किया गया हो। |