प्रबंधन प्रणाली
डाक सेवाएं उपलब्धक करवाने हेतु समूचे देश को 22 डाक सर्किलों में बांटा गया है। गुजरात (जो केन्द्र शासित प्रदेश दमन एवं दीव और दादरा एवं नगर हवेली का प्रशासन संभालता है), केरल सर्किल (जिसमें लक्षद्वीप केन्द्रह शासित प्रदेश शामिल है), महाराष्ट्रा सर्किल (जिसके कार्यक्षेत्र में गोवा राज्यय शामिल है), पूर्वोत्तहर सर्किल (जिसमें अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड एवं त्रिपुरा आदि 6 पूर्वोत्तरर राज्य( शामिल हैं), पंजाब सर्किल (जिसके प्रशासनिक कार्यक्षेत्र में केन्द्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ शामिल है) एवं तमिलनाडु सर्किल (जिसमें केन्द्रक शासित प्रदेश पांडिचेरी शामिल है) को छोड़कर, प्रत्येसक सर्किल कोटर्मिनस है। इनमें से प्रत्येसक सर्किल का प्रमुख एक प्रधान मुख्या पोस्टुमास्ट र जनरल होता है। प्रत्येयक सर्किल आगे डिवीजन (डाक/आरएमएस डिवीजन) के नाम से उल्लिखित फील्डा इकाइयों सहित क्षेत्र में बंटा होता है। प्रत्येवक क्षेत्र का प्रमुख एक पोस्ट मास्टकर जनरल होता है जो उस क्षेत्र का डाक प्रबंधक होता है। सर्किलों एवं क्षेत्रों में सर्किल स्टांटप डिपो, डाक भंडार डिपो तथा मेल मोटर सेवा आदि जैसी अन्य कार्यात्म क इकाइयां हैं। इन 22 सर्किलों के अतिरिक्तप, बेस सर्किल नामक एक अन्या सर्किल है जो सशस्त्र। बलों की डाक संचार संबंधी आवश्यककताओं को पूरा करता है। इस बेस सर्किल का प्रमुख सेना डाक सेवाओं के मेजर जनरल रैंक का एक अपर महानिदेशक होता है। सेना डाक सेवा के अधिकारी के संवर्ग में शासकीय पदों से प्रतिनियुक्ति पर गए अधिकारीगण होते हैं। सेना डाक सेवा के अन्यस संवर्गों में 75%लोग डाक विभाग के होते हैं तथा शेष कार्मिकों की सेना द्वारा नियुक्ति की जाती है।